स्टैंड-अप इंडिया योजना 2024 : स्टैंड-अप इंडिया योजना की शुरुआत वित्त मंत्रालय द्वारा 5 अप्रैल 2016 को आर्थिक सशक्तिकरण और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई। इस योजना के तहत अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति और महिला उद्यमियों को विनिर्माण सेवा व्यापार क्षेत्र और कृषि से संबंधित गतिविधियों में ग्रीनफील्ड परियोजना उद्यम स्थापित करने के लिए बैंक ऋण की सुविधा प्रदान करना है। इस योजना के तहत मिलने वाली ऋण राशि 10 लाख रुपए से 1 करोड रुपए तक है।
स्टैंड-अप इंडिया योजना 2024 : स्टैंड-अप इंडिया योजना के माध्यम से मिलने वाले ऋण पर ब्याज दर बहुत ही कम होगी। इसी के साथ इसकी समय सीमा भी अधिक रखी गई है। जिसमें उघम को बिना किसी कठिनाई के आसानी से शुरू किया जा सके। जिससे वह गरीबी स्थिति से निकलकर बेहतर स्थिति को प्राप्त कर सकेंगे यह योजना उघम को बल देती है जिससे उघम उत्पन्न हो सके। दरअसल इसका कारण यह है, कि योजना के माध्यम से व्यवसाय के साथ-साथ अन्य लोगों के लिए अनेक रोजगार के अवसर भी उत्पन्न हो सकेंगे साथ ही साथ यदि गैर व्यक्ति व्यवसाय है तो उसमें भी अनुसूचित जाति / जनजाति महिलाओं की हिस्सेदारी के लिए नियम बनाया गया है।
स्टैंड-अप इंडिया योजना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
योजना का नाम | स्टैंड-अप इंडिया योजना |
कब शुरू हुई | 1 अप्रैल 2015 |
मंत्रालय | वित्त मंत्रालय |
उद्देश्य | ग्रीनफील्ड उद्यम शुरू करने के लिए ऋण उपलब्ध कराना |
लाभार्थी | अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति एवं महिला |
लाभ | 10 लाख से 1 करोड रुपये तक |
आधिकारिक वेबसाइट | https://www.standupmitra.in/ |
स्टैंड-अप इंडिया योजना के उद्देश्य
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति एवं महिलाओं में उघमशीलता को बढ़ावा देना।
- विनिर्माण सेवाएं या व्यापार क्षेत्र एवं कृषि से संबंधित क्षेत्र में ग्रीनफील्ड उत्पाद उपलब्ध कराना।
- व्यक्तिगत वाणिज्यिक बैंकों की प्रति बैंक शाखा में कम से कम एक SC/ST ऋणकर्ता एवं कम से कम एक महिला को बैंक ऋण की सुविधा प्रदान करना।
- इस योजना का उद्देश्य सभी बैंक खातों को ऋण प्रदान करने हेतु प्रोत्साहित करना हैं।
Note :- ग्रीनफील्ड का अर्थ नई परियोजना या उघम स्थापना करना
स्टैंड-अप इंडिया योजना के लाभ
- इस योजना के द्वारा उघम हेतु ऋण प्रदान किया जाता है।
- इस योजना के माध्यम से अनुसूचित जनजाति /अनुसूचित जाति एवं महिलाओं को ऋण देने की व्यवस्था है।
- इस योजना के द्वारा 10 लाख रुपए से 1 करोड रुपए तक का ऋण दिया जाता है।
- इस योजना के लाभ से व्यवसाय में वृद्धि होगी।
- इस योजना के द्वारा निम्न स्तर के व्यक्तियों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
- इसके अलावा योजना के माध्यम से रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
- इस योजना के माध्यम से ग्रीन फील्ड व्यवसाय हेतु ऋण दिया जाएगा जिससे भारत में ग्रीन फील्ड व्यवसाय को प्रवृत्ति मिलेगी।
स्टैंड-अप इंडिया योजना के लिए दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
स्टैंड-अप इंडिया योजना के लिए पात्रता
- आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- ग्रीनफील्ड उघमो (लाभार्थी का पहला उघम) को ही ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
- यदि आवेदक पुरुष है,तो वह अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति वर्ग से होना चाहिए।
- आवेदक किसी भी बैंक /वित्तीय संस्थान का ऋण बकायादार (डिफाॅल्टर) नहीं होना चाहिए।
- गैर व्यक्तिगत उघमो के मामले में कम से कम 51% हिस्सेदारी और नियंत्रण हिस्सेदारी SC/ST या महिला उद्यमी के पास होनी चाहिए।
- इस योजना के माध्यम से ग्रीनफील्ड व्यवसाय हेतु ऋण दिया जाएगा। जिससे भारत में ग्रीनफील्ड व्यवसाय को प्रगति मिलेगी।
स्टैंड-अप इंडिया योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
- स्टैंड-अप इंडिया योजना में आवेदन करने के लिए सबसे भारत सरकार की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं।
- इस वेबसाइट के होम पेज पर दिए गए स्टैंड-अप इंडिया योजना के विकल्प को चुनें।
- अब योजना से संबंधित एक नया पेज खुल जाएगा।
- इस पेज पर आवेदन करता को जानकारी ध्यान से भरनी है।
- इसके पश्चात आवेदनकर्ता को दस्तावेज को अपलोड करना होगा।
- इसके अलावा सीधे बैंक में जाकर ऑफलाइन आवेदन फार्म को भर सकते हैं।
- इस आवेदन फार्म में सभी दस्तावेजों को जोड़कर बैंक में जमा कर दें।
- इसके बाद बैंक अधिकारियों द्वारा फार्म सत्यापन किया जाएगा यदि फॉर्म में भारी गई जानकारी सही पाई जाती है तो आवेदनकर्ता को योजना का लाभ दे दिया जाएगा।
- इस योजना के अनुसार आवेदनकर्ता को ऋण की धनराशि आवश्यकता के अनुसार उपलब्ध करा दी जाएगी।